Monday, January 18, 2010

कर्मयोगी श्रीमती अरुणा चौधरी

गाँवों को सेवा और साधना का तप:स्थल बनाया है उन्होंने


श्रीमती अरुणा चौधरी का जन्म ई। 1950 में जोधपुर में हुआ। उनके पिता श्री खेताराम गोदारा पंचायत समिति मण्डोर के प्रधान थे। श्रीमती अरुणा छात्र जीवन से ही प्रतिभाशाली रहीं। इसी के साथ वे छात्र नेतृत्व में भी सबसे आगे रहीं। इन्हीं गुणों के कारण वे राजमहल हायर सैकेण्डरी स्कूल जोधपुर की छात्र परिषद की अध्यक्ष रहीं। कॉलेज शिक्षा के दौरान वे बैडमिण्टन तथा वॉलीबॉल की राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी रहीं। उन्होंने तीन साल तक बेडमिण्टन की वेस्ट जोन प्रतियोगिताओं में जोधपुर विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व किया। श्रीमती अरुणा एन. सी. सी. की बेस्ट कैडेट रहीं तथा उन्होंने एन. सी. सी. के ‘ए’ एवं ‘बी’ सर्टिफिकिट के साथ–साथ एन. सी. सी. का बहुप्रतिष्ठित ‘सी’ सर्टिफिकेट भी प्राप्त किया। 1970 में उन्होंने जोधपुर विश्वविद्यालय से विज्ञान विषय में स्नातक उपाधि प्राप्त की।


शिक्षा पूरी करने के बाद अपने पिता की तरह श्रीमती अरुणा भी समाज सेवा के संकल्प के साथ सार्वजनिक जीवन में आयीं। उन्होंने रातानाडा जोधपुर के राजकीय अस्पताल में एक वार्ड के निर्माण हेतु 51 हजार रुपये का आर्थिक सहयोग प्रदान किया। मण्डोर पंचायत समिति में स्थित जाजीवाल कलां में एक प्याऊ का निर्माण करवाया तथा ठण्डे पानी की मशीन लगवायी। अरुणा के संवदेनशील मन को गहरा अवसाद लगा जब वर्ष 2003 में उनके पुत्र मनीष का निधन हो गया। विगत चार वर्षों से वे दिवंगत मनीष की स्मृति में जाट समाज के श्रेष्ठ विद्यार्थियों को प्रोत्साहन राशि एवं अनुदान देती हैं। इसके अतिरिक्त भारत के स्वतंत्रता दिवस समारोह पर प्रतिवर्ष वे ग्रामीण क्षेत्र में स्थित विभिन्न विद्यालयों में 5000 रुपये की छात्रवृत्तियां प्रदान करती हैं। अरुणा चौधरी ने देवलिया कलाँ विद्यालय में लायन्स क्लब गोल्डन जुबली सहयोग से 30 हजार रुपयों की लागत से विद्यालयोपयोगी सामग्री उपलब्ध करवायी।


श्रीमती अरुणा चौधरी ग्रामीण क्षेत्र में परिवार कल्याण, साक्षरता, पोषहार कार्यक्रमों के अंतर्गत शिविरों का आयोजन करवाती हैं। स्वरोजगार योजना के अंतर्गत सिलाई मशीनों का वितरण एवं सिलाई केन्द्र खुलवाने जैसे कार्य भी वे लगातार करती रहती हैं। जोधपुर जिले के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में वे कई स्वास्थ्य एवं नेत्र चिकित्सा शिविरों का आयोजन करवा चुकी हैं जिनमें लेंस प्रत्यारोपण भी करवाया जाता है। विधवाओं, विकलांगों एवं वृद्धों को पेंशन दिलवाने के लिये भी वे सतत प्रयत्नशील रहती हैं। बच्चों को पोलियो की दवा तथा विटामिन ए की खुराक पिलवाने के लिये वे राष्ट्रीय अभियानों के दौरान घर–घर जाकर प्रचार करती हैं तथा रैलियों का आयोजन करवाती हैं। आयोडीन युक्त नमक के उपयोग को बढ़ावा देने के लिये रैलियों का आयोजन, जाजीवाल कलां सीनियर हायर सैकेण्डरी स्कूल में गोष्ठी एवं प्रतियोगिता का आयोजन करवाया तथा छात्र–छात्राओं को पुरस्कार प्रदान किये। श्रीमती चौधरी 2008–09 सत्र की लॉयनेस प्रान्तीय कमेटी 323 ई 2 की अध्यक्ष हैं। राजस्थान एवं मध्य प्रदेश के 24 क्लब्स का नेतृत्व कर रही हैं। वे लॉयन्स क्लब में भी पूरी तरह से सक्रिय हैं तथा सर्वश्रेष्ठ लॉयनेस का खिताब अर्जित कर चुकी हैं। कारगिल युद्ध के दौरान उन्होंने राजस्थान में सबसे अधिक 26 हजार रुपये के स्वेटर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को दिल्ली जाकर भेंट किये। उड़ीसा के तूफान पीडि़त परिवारों को वसुंधरा संस्थान के सहयोग से मुख्यमंत्री को 21 बोरे 1000 रुपये के नये बर्तन, 2 बोरी पुराने बर्तन, 11 गांठें गर्म कपड़े एवं साडि़यां तथा बच्चों के कपड़े भेंट किये।


श्रीमती अरुणा ने वर्ष 1999 से 2007 तक जोधपुर ग्रामीण क्षेत्र में 256 नि:शुल्क नेत्र चिकित्सा शिविरों का आयोजन करवाकर लैंस प्रत्यारोपित करवाये तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी के सहयोग से ग्रामीण निर्धन रोगियों को नि:शुल्क दवाओं का वितरण करवाया। वे विगत छ: वर्षों से प्रतिवर्ष 25 से 30 यूनिट रक्त दान करवाती हैं। उन्होंने छ: माह की अवधि में 460 यूनिट रक्त दान करवाकर जोधपुर जिले में एक रिकॉर्ड कायम किया। क्यूटोन, रेडिमेड गारमेंट्स के सहयोग से श्रीमती अरुणा ने पंचायत समिति मण्डोर के ग्रामीण क्षेत्र बनाड़, जाजीवाल कलां तथा नादड़ा कला में 2 लाख के गर्म व सूती पैंट शर्ट, स्वेटर आदि कपड़े बंटवाये।


श्रीमती अरुणा ने लॉयन्स गोल्डन जुबली जोधपुर के सहयोग से लॉयनेस क्लब वेस्ट एवं सेण्ट्रल द्वारा बनाड़ स्थित राजकीय पाठशाला में 20 हजार, देवलियां की पाठशाला में 20 हजार, खोखरियां में 35 हजार रुपये की तथा सर्वशिक्षा अभियान के तहत केरू में 50–50 बालिकाओं को विद्यालय वेषभूषा, मोजे एवं छात्रोपयोगी सामग्री का वितरण करवाया। उन्होंने कृषक साथी योजना के अंतर्गत 7 मृतकों के आश्रित परिवारों एवं 3 अपाहिजों को रानी ग्रामीण क्षेत्र में कृषि सचिव से सहयोग दिलवाया। उन्होंने जोधपुर कृषि मण्डी में 5 मृतकों के परिवारों एवं 3 अपाहिजों को सूरसागर विधायक श्री मोहन मेघवाल से सहायता दिलवायी। जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल में कार्यरत ब्लडबैंक को उन्होंने जोधपुर की महापौर डॉ। ओम कुमारी गहलोत से कम्प्यूटर प्रदान करवाया। रातानाडा, सारण नगर, फलौदी, जाजीवाल कलां तथा बनाड़ में उन्होंने महिला रोजगार हेतु सिलाई केन्द्र खुलवाये। उम्मेद अस्पताल के ब्लड बैंक में प्रिण्टर सहित कम्प्यूटर उपलब्ध करवाया।


श्रीमती अरुणा ने ग्रामीण क्षेत्र में पहली बार लर्निंग लाइसेंस शिविरों का आयोजन करवाया। इन शिविरों में राजस्थान सरकार के परिवहन विभाग द्वारा 350 लाइसेंस बनाये गये जिनसे राज्य सरकार को सवा लाख रुपये की आय हुई। परिवार नियोजन को बढ़ावा देने के लिये श्रीमती अरुणा ने गांवों में विचार गोष्ठियों का आयोजन करवया ताकि महिलाओं में इस कार्यक्रम के प्रति जागृति उत्पन्न की जा सके। इन संगोष्ठियों में भाग लेनी वाली महिलाओं को प्रोत्साहन देने के लिये श्रीमती अरुणा ने उन्हें पुरस्कार भी दिये। इसी प्रकार कन्या भू्रण हत्या को रोकने के लिये भी उन्होंने व्यापक प्रचार–प्रसार कर जनजागृति उत्पन्न करने का अभियान चलाया। वे जोधपुर और उसके आसपास के ग्रामीण क्षेत्र में आज विकास की पर्याय बन गयी हैं।

सम्पर्क–आठवीं बी, पांचबत्ती कॉलोनी, रातानाडा जोधपुर दूरभाष–0291 2515153, 9461146113

2 comments:

  1. बहुमुखी प्रतिभा की धनी अये समाज सेवा मे निरन्तर लिप्त अरुणा जी के बारे मे जानकर अपार हर्ष हुआ.

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  2. आभार हरिशर्माजी ! –डॉ. मोहनलाल गुप्ता

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